रतनपुर। इस बार रतनपुर में दशहरा उत्सव का रंग नगर पालिका की ओर से फीका नजर आया। नगर पालिका द्वारा आयोजित कार्यक्रम ऐसी जगह पर किया गया जहां तक पहुंचना ही लोगों के लिए मुश्किल था। दूर-दराज के मैदान में सजाए गए रावण दहन में नगरवासी पहुंच ही नहीं पाए और कार्यक्रम लगभग सुनसान-सा रहा।
लेकिन नगर के दिल थाना चौक, हाईस्कूल चौक और महामाया परिसर पर बने रावण के पुतलों ने पूरे माहौल को जिंदा कर दिया। तीनों जगहों पर रावण दहन देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। लोगों में उत्साह, जयकारे और आतिशबाजी ने ऐसा माहौल बना दिया मानो पूरा नगर वहीं सिमट गया हो।
लोगों का कहना है कि दशकों से रतनपुर में दशहरा का असली रंग इन्हीं चौकों पर देखने को मिलता है। इस बार भी यही नजारा रहा, जहां बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हुए और उत्सव का आनंद लिया।
नगर पालिका की नाकामी पर लोगों ने तंज कसते हुए कहा कि “जो आयोजन जनता तक न पहुंचे, उसका क्या फायदा?” वहीं स्थानीय चौकों पर हुए रावण दहन ने लोगों का दिल जीत लिया और इसे ही असली रतनपुरिया दशहरा बताया जा रहा है।
नगर पालिका लखानी देवी
कुल मिलाकर, नगर पालिका का कार्यक्रम फुस्स, लेकिन जनता के उत्सव ने बना दिया रतनपुर का दशहरा ऐतिहासिक।
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