प्राचीन राजधानी रतनपुर के विकास के लिए उठी जनआवाज़
रतनपुर, 15 सितम्बर:
मां महामाया की पावन नगरी, दक्षिण कोसल की ऐतिहासिक राजधानी रतनपुर एक बार फिर चर्चा में है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी माननीय सचिन पायलट के आगमन पर रतनपुर के निवासी शिव मोहन बघेल ने एक भावनात्मक और महत्वपूर्ण अपील करते हुए क्षेत्र के विकास की मांग उठाई है।
उन्होंने कहा,
> "मेरे प्रिय सचिन पायलट जी, नमस्कार। मां महामाया की पावन धरा रतनपुर में आपका हार्दिक स्वागत, अभिनंदन और वंदन है।"
शिव मोहन बघेल ने स्मरण कराया कि रतनपुर को 800 वर्षों तक छत्तीसगढ़ की प्राचीन राजधानी होने का गौरव प्राप्त है। यहां लगभग 200 से अधिक प्राचीन मंदिर एवं 150 से अधिक ऐतिहासिक सरोवर हैं, जो इसे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से अनमोल बनाते हैं।
लेकिन उन्होंने यह भी दुख व्यक्त किया कि —
> "आज तक किसी भी नेता ने रतनपुर के समग्र विकास के लिए गंभीरता से विचार नहीं किया।"
उन्होंने सचिन पायलट जी से राज्यसभा में कांग्रेस के चार सांसदों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करने का आग्रह किया है। उनका मानना है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति हो, तो रतनपुर को एक राष्ट्रीय स्तर का धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार, शिक्षा और बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी।
शिव मोहन बघेल ने अपील करते हुए कहा —
> "रतनपुर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, यह हमारी विरासत, अस्मिता और इतिहास की पहचान है। कृपया इस धरोहर के संरक्षण और विकास के लिए सहयोग प्रदान करने की कृपा करें।"
🛕 रतनपुर क्यों है विशेष?
800 वर्षों तक छत्तीसगढ़ की राजधानी
महामाया मंदिर सहित 200+ प्राचीन मंदिर
150+ ऐतिहासिक सरोवर
अपार धार्मिक-पर्यटन संभावनाएं
यदि कांग्रेस पार्टी और नेतृत्व रतनपुर के विकास को प्राथमिकता देते हैं, तो यह सिर्फ एक क्षेत्र नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम होगा।
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