संतोष सोनी चिट्टू
बिलासपुर:रतनपुर
उर्वरक विक्रय केंद्रों में कृषि विभाग का औचक निरीक्षण, कई केंद्रों को नोटिस जारी
कृषकों को गुणवत्तापूर्ण एवं शासन द्वारा निर्धारित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आज जिलेभर में कृषि विभाग द्वारा व्यापक स्तर पर औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई कलेक्टर महोदय, बिलासपुर के निर्देश पर तथा उपसंचालक कृषि, बिलासपुर के मार्गदर्शन में की गई।
निरीक्षण का उद्देश्य:
यह सुनिश्चित करना कि किसानों को निर्धारित मूल्य पर सही मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो, तथा विक्रय केंद्रों में कोई अनियमितता न हो।
विकासखंडवार टीम गठित कर किए गए निरीक्षण में निम्न केंद्रों को शामिल किया गया:
1. गोपाल खाद भंडार, खमतराई
2. पिंटू कृषि केंद्र, सेलर
3. साहू खाद भंडार, सेलर
4. विनोद जायसवाल, बेलतरा
5. सेवा सहकारी समिति, ऊर्तुम
6. सेवा सहकारी समिति, भरारी (रतनपुर)
7. सेवा सहकारी समिति, सलखा
8. सेवा सहकारी समिति, सेलर
9. लीलागर महिला फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, चिल्हाटी
10. रामफल खाद विक्रय केंद्र, मल्हार
11. महामाया कृषि केंद्र, रानीगांव
12. शिवाय फर्टिलाइजर्स, रतनपुर
13. ओम साईं ट्रेडर्स, जरौंदा
14. अन्नपूर्णा ट्रेडर्स, जरौंधा
15. देव बोरवेल्स, जोरापारा
16. राधे कृष्णा किसान सेवा केंद्र, बेलसरी
निरीक्षण में पाई गई अनियमितताएं:
निरीक्षण के दौरान राधे कृष्णा किसान सेवा केंद्र, बेलसरी को छोड़कर शेष निजी विक्रय केंद्रों में यूरिया उर्वरक का भौतिक स्टॉक शून्य पाया गया। साथ ही कई केंद्रों में पाई गई प्रमुख कमियां निम्नानुसार हैं:
अनुज्ञप्ति का दृश्य स्थान में प्रदर्शन नहीं किया गया।
उर्वरकों का स्टॉक एवं दर प्रदर्शित नहीं किया गया।
बिल निर्धारित प्रारूप में नहीं दिए जा रहे।
स्कंध पंजी संधारण में अनियमितता।
पोर्टल में स्टॉक दर्शाया गया, लेकिन भौतिक रूप से स्टॉक अनुपस्थित पाया गया।
नोटिस जारी किए गए विक्रय केंद्र:
गंभीर अनियमितताओं के चलते निम्न 7 केंद्रों को नोटिस जारी कर सात दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है:
1. पिंटू कृषि केंद्र, सेलर
2. साहू खाद भंडार, सेलर
3. विनोद जायसवाल, बेलतरा
4. लीलागर महिला फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, चिल्हाटी
5. रामफल खाद विक्रय केंद्र, मल्हार
6. महामाया कृषि केंद्र, रानीगांव
7. शिवाय फर्टिलाइजर्स, रतनपुर
कृषि विभाग की सख्ती से विक्रेताओं में हड़कंप:
कृषि विभाग की इस सक्रियता से निजी उर्वरक विक्रेताओं में हलचल मच गई है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसी कार्यवाहियां जारी रहेंगी, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और पारदर्शिता बनी रहे।
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