रतनपुर।बिलासपुर, 20 नवंबर 2025।
जिले में रेत खदान आबंटन को लेकर लगातार विवाद और सवाल गहराते जा रहे हैं। ग्राम निरतू (तहसील सकरी) की 3.500 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाली रेत खदान की नीलामी प्रक्रिया बुधवार को पूरी होनी थी, लेकिन 506 आवेदनों की रिकॉर्ड संख्या के कारण पूरी कार्यवाही बीच में ही रोकनी पड़ी।
जल संसाधन विभाग के प्रार्थना भवन कक्ष में जिला स्तरीय समिति की बैठक में निविदाएं खोली गईं, लेकिन इतने अधिक आवेदनों कीजाँच एक ही दिन में संभव न होने के चलते प्रक्रिया अधूरी छोड़नी पड़ी। अब 21 नवंबर, शुक्रवार सुबह 10:30 बजे कलेक्ट्रेट के मंथन सभा कक्ष में पुनः कार्रवाई होगी और खदान के अधिमानी बोलीदार पर अंतिम मुहर लगेगी।
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नीलामी अटकी… लेकिन डंप रेत का अवैध खेल नहीं रुका
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब अधिकृत नीलामी प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई, तब निरतू क्षेत्र में डंप रेत का कारोबार धड़ल्ले से कैसे जारी है?
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि रेत माफिया खुलेआम गाड़ियों में रेत भर कर भेज रहे हैं और प्रशासन की कार्रवाई सिर्फ कागज़ों में ही सिमटकर रह गई है।
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पकड़ी गई रेत की गाड़ी… FIR में ही गड़बड़ी!
सूत्रों का दावा है कि हाल ही में पकड़ी गई रेत वाहनों पर दर्ज FIR में भी गंभीर अनियमितताएँ सामने आई हैं—
कई मामलों में वाहन नंबर गलत दर्ज,
कुछ में रेत की वास्तविक मात्रा कम लिखी गई,
और कई जगह बेहद हल्की धाराएँ लगाई गईं,
ताकि बाद में आरोपी आसानी से बच सकें।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है,
> “मौके पर पकड़ी गई गाड़ी का केस जब थाने पहुँचता है, तो फाइल में आधी जानकारी गायब मिलती है… ये कौन सा खेल है?”
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रतनपुर पुलिस और माइनिंग विभाग दोनों पर उंगली
एक तरफ रेत खदान की नीलामी टल रही है, दूसरी तरफ अवैध रेत का कारोबार जारी है और तीसरी तरफ FIR में गड़बड़ी सामने आ रही है।
ऐसे में लोगों का कहना है कि रतनपुर पुलिस व माइनिंग विभाग की कुंभकर्णीय नींद कब टूटेगी?
अवैध रेत परिवहन पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी दोनों विभागों की है, लेकिन कार्रवाई में दिखाई दे रही शिथिलता सवालों को और गहरा कर रही है।
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अंत में बड़ा सवाल
जब नीलामी पूरी नहीं हुई…
डंप रेत चल रही…
पकड़ी गई गाड़ियों की FIR में भी गड़बड़ी…
तो आखिर किसके संरक्षण में चल रहा है यह रेत का काला कारोबार?
और 21 नवंबर को होने वाली नीलामी क्या वाकई पारदर्शिता ला पाएगी या फिर यह भी एक औपचारिकता बनकर रह जाएगी?
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