शर्मनाक! रतनपुर नगर पालिका की घोर लापरवाही — मरे मवेशियों को कचरा गाड़ी में लाकर मोहल्ले में फेंका जा रहा!

शर्मनाक! रतनपुर नगर पालिका की घोर लापरवाही — मरे मवेशियों को कचरा गाड़ी में लाकर मोहल्ले में फेंका जा रहा!

रतनपुर नगर पालिका की संवेदनहीनता अब बर्दाश्त के बाहर हो चुकी है! ताजा मामला खंडोबा मंदिर और दुलहरा तालाब के आस-पास के रहवासी इलाके से सामने आया है, जहां नगर पालिका के कर्मचारी मरे हुए मवेशियों को कचरा गाड़ी में भरकर चुपचाप फेंक कर चले जाते हैं।
जब मोहल्ला सुनसान होता है, तब गाड़ी आती है और एक के बाद एक मरे जानवरों के शव झाड़ियों या खुले मैदान में फेंक दिए जाते हैं। रहवासी बदबू और सड़ांध से त्रस्त हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कान में तेल डालकर सोए हैं।


---

 “गली में चलना दूभर हो गया है, सांस लेना मुश्किल है” — स्थानीय लोग भड़के

लोगों का कहना है कि नगर पालिका से बार-बार शिकायत की गई, लेकिन हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। बदबू के कारण न तो खाना खा सकते हैं, न ही आराम से घर में बैठ सकते हैं।

एक स्थानीय बुजुर्ग ने कहा,

> "ये इंसानियत है या हैवानियत? बच्चों की तबीयत खराब हो रही है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं!"



---

 कानून भी कर रहा चीख-चीख कर इशारा, लेकिन पालिका कर रही अनदेखी:

 सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 के तहत मरे जानवरों का खुले में फेंकना अपराध है।
 भारतीय दंड संहिता की धारा 268 के अनुसार, ये Public Nuisance है — इसके लिए सजा का प्रावधान है।
 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का साफ निर्देश है कि मरे जानवरों का निस्तारण डीप बरीअल या इंसीनरेटर से होना चाहिए।

---

 अब तो सब्र का बांध टूट रहा है — लोग सड़क पर उतरने की तैयारी में!

स्थानीय युवाओं और समाजसेवियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे नगर पालिका कार्यालय का घेराव करेंगे और उग्र आंदोलन छेड़ेंगे।


---

मोहल्लेवासियों की मांगें:

1. जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो।


2. मवेशियों के शवों के लिए वैज्ञानिक निस्तारण व्यवस्था लागू हो।


3. पूरे क्षेत्र में सफाई और सैनिटाइजेशन कराया जाए।


4. दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज हो।

Post a Comment

0 Comments