रतनपुर से संतोष सोनी चिट्टू
रतनपुर/बिलासपुर पुलिस की सतर्कता और तकनीकी साक्ष्यों की सूक्ष्म जांच से रतनपुर क्षेत्र के बहुचर्चित भैसाझार जंगल हत्याकांड की गुत्थी 48 घंटे में सुलझा ली गई। पुलिस ने पूर्व रंजिश के चलते हत्या को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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मुख्य बिंदु
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, दो आरोपी गिरफ्तार
पूर्व रंजिश में दी गई थी वारदात
लोहे के पाइप और लकड़ी के बेंत से की गई हत्या
तकनीकी साक्ष्य + डॉग स्क्वॉड + FSL टीम ने मिलकर खोला पूरा राज
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गिरफ्तार आरोपी
1. रंजीत खाण्डे, पिता स्व. तितरा राम खाण्डे
उम्र 23 वर्ष, निवासी भैसाझार, थाना रतनपुर — हाल मुकाम भरारी (भुण्डा)
2. सुधीर खाण्डे, पिता स्व. तितरा राम खाण्डे
उम्र 21 वर्ष, निवासी भैसाझार, थाना रतनपुर — हाल मुकाम भरारी (भुण्डा)
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घटना का पूरा विवरण
दिनांक 04/12/2025 को प्रार्थी ने थाना रतनपुर में सूर्यप्रकाश बघेल के अचानक लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई।
थाना रतनपुर पुलिस ने तुरंत तकनीकी जांच शुरू की और गुमशुदा के मोबाइल लोकेशन एवं आसपास के क्षेत्रों की पड़ताल शुरू हुई।
जांच के दौरान 05/12/2025 को भैसाझार जंगल की झाड़ियों में मृतक की मोटरसाइकिल और शव संदिग्ध अवस्था में मिला, जिससे हत्या की आशंका और गहरी हो गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह (IPS)
ने तत्काल विशेष कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके बाद
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. अर्चना झा
SDOP श्री लालचंद मोहले
FSL टीम
डॉग स्क्वॉड
तुरंत मौके पर पहुँचे।
प्रकरण में थाना रतनपुर में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध हत्या का अपराध दर्ज किया गया।
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तकनीकी जांच कैसे पहुँची अपराधियों तक
जांच टीम ने
मृतक के मोबाइल डेटा
कॉल डिटेल्स
लोकेशन
गांव के संदिग्ध व्यक्तियों
का गहन विश्लेषण किया।
पूर्व विवाद के कारण अलग रह रहे संदेही रंजीत और सुधीर पर शक गहराया।
कड़ाई से पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों के दबाव में दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया।
उनसे
वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल
लोहे का पाइप
लकड़ी का बेंत
बरामद किया गया।
अन्य संभावित सहयोगियों की भी पूछताछ जारी है।
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पुलिस टीम का विशेष योगदान
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में विशेष भूमिका रही—
थाना प्रभारी रतनपुर उनि. कमलेश कुमार बंजारे,
SI मेलाराम कठौतिया,
सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक अजहर उद्दीन,
उनि. हेमंत आदित्य,
प्र.आर. राहुल सिंह,
आतिश पारिख,
बलदेव सिंह,
कौशल खुटे,
आर. आकाश डोंगरे,
धीरज कश्यप,
महादेव कुजूर,
तदबीर पोर्ते,
दीपक मरावी,
प्रशांत सिंह का विशेष योगदान रहा।
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