बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में NHM संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल, स्वास्थ्य केंद्रों में लटक गया ताला
संतोष सोनी चिट्टू
रतनपुर :बिलासपुर, 20 अगस्त 2025 – छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारी और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेश भर के करीब 26,000 कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हैं, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक गए हैं और खासकर ग्रामीण इलाकों में मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगें पिछले 20 वर्षों से लंबित हैं। जुलाई 2023 में भी उन्होंने नया रायपुर में एक माह लंबा आंदोलन किया था, जिसमें उस समय विपक्ष में रही वर्तमान सरकार के मंत्री और विधायक ने खुद मौके पर पहुंचकर उनकी मांगों को न्यायसंगत बताया था और समर्थन किया था। लेकिन कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार बनने के 1 साल 8 महीने बाद भी उनकी मांगों को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
मुख्य मांगों में शामिल हैं:
ग्रेड पे निर्धारण
अनुकम्पा नियुक्ति
मेडिकल अवकाश की सुविधा
चिकित्सा भत्ता
नौकरी की सुरक्षा (जॉब सिक्योरिटी)
संविदा कर्मचारियों ने बताया कि अब तक 150 से अधिक बार शासन-प्रशासन को आवेदन व ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। हड़ताली कर्मचारी यह भी कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान सरकार के गठन में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की अहम भूमिका रही है, लेकिन अब सरकार ने उन्हें केवल चुनावी वादों तक सीमित कर दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों के कई उप-स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लगे होने के कारण डिलीवरी, टीकाकरण, नियमित जांच, और दवाओं के वितरण जैसे जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ गई हैं, जिससे आम जनता खासकर गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हड़ताली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।
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