बिलासपुर, 7 जून 2025
जिला सहकारी बैंक की समीक्षा बैठक में आज कलेक्टर एवं बैंक के प्रभारी श्री संजय अग्रवाल ने स्पष्ट संदेश दिया कि अब किसानों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंथन सभागार में हुई इस अहम बैठक में उन्होंने खरीफ सीजन के मद्देनज़र बैंकिंग सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि सहकारी बैंक की बुनियाद किसानों को सुलभ ऋण, खाद और बीज मुहैया कराने के उद्देश्य से रखी गई थी। आज जरूरत है कि बैंक अपनी मूल भावना के अनुरूप आखिरी गांव के छोटे से छोटे किसान तक पूरी संवेदनशीलता और सक्रियता के साथ पहुंचे।
प्राथमिकताओं पर कलेक्टर के प्रमुख निर्देश:
खाद-बीज की निर्बाध आपूर्ति: सोसायटियों में किसानों को समय पर आदान-सामग्री उपलब्ध कराना अनिवार्य। किसी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी।
डेयरी, मछलीपालन और उद्यानिकी को बढ़ावा: इन क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए अधिक से अधिक लोन स्वीकृत किए जाएं।
बैठने की समुचित व्यवस्था: समितियों में किसानों के बैठने की पर्याप्त सुविधा सुनिश्चित की जाए। डीएमएफ से सहयोग लेकर बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएं।
एटीएम कार्ड अनिवार्य: सभी खाताधारी किसानों को एटीएम कार्ड उपलब्ध कराएं ताकि बैंक पर भीड़ न हो और किसानों को सुविधा मिले।
एसएसपी को बढ़ावा: डीएपी के विकल्प के रूप में सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) का प्रचार-प्रसार कर किसानों को प्रशिक्षित करें।
बैठक में बताया गया कि सहकारी बैंक की सेवाएं बिलासपुर, मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM), कोरबा, सक्ती और जांजगीर जिलों में फैली हैं, जहां 58 शाखाओं और 430 प्राथमिक सहकारी समितियों के जरिए किसानों को नगद ऋण, केसीसी, खाद-बीज, सीएससी और माइक्रो एटीएम जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
बैठक में बैंक के सीईओ श्री सुनील सोढ़ी ने बैंक की वर्तमान स्थिति और सेवाओं का प्रस्तुतीकरण किया तथा कलेक्टर के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान शीर्ष बैंक के ओएसडी श्री अविनाश श्रीवास्तव सहित सभी शाखाओं के प्रबंधक एवं सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
निष्कर्षतः, यह बैठक किसानों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर उभरी है, जिसमें बैंकिंग सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने की संकल्पना को नए जोश के साथ दोहराया गया।
रतनपुर से संतोष सोनी चिट्टू
0 Comments