अध्यक्ष पद सामान्य आरक्षित होते ही रतनपुर में बढ़ी चुनावी सरगर्मी, कांग्रेस से शीतल का नाम सबसे आगे तो भाजपा से मिल सकता है रोहिणी को मौका
रतनपुर। आगामी नगरीय निकाय चुनावो के लिए बीते सोमवार राज्य शासन ने आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली है प्रदेश भर के नगर निगमों, पालिकाओं, पंचायतों के अध्यक्ष महापौर पद हेतु अलग अलग आरक्षण तय किए गए हैं।
वही रतनपुर में कई वर्षों के बाद अध्यक्ष का पद सामान्य(मुक्त) कर दिया गया है। जैसे ही रतनपुर पालिका अध्यक्ष हेतु सामान्य पद आरक्षित हुआ नगर राजनीतिक गलियारों में भूचाल सा मच गया है। यहां राजनीति में सक्रिय नेता जो पार्षद हेतु टिकट की जुगत में लगे थे वे सब अब सीधे अध्यक्ष की दौड़ में खुद को शामिल मान रहे है। चौक चौराहों में राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है कयासों और टिकट के दावों का दौर तेजी से चल रहा है दोनों ही प्रमुख पार्टी कांग्रेस और भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद हेतु कई दावेदार सामने आ रहे है। और सभी के टिकट के अपने अपने दावे है। सोशल मीडिया में समर्थकों के अपने नेताओं की दावेदारी पोस्ट भी दोनों ही ओर से लगातार जारी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस की टिकट स्थानीय विधायक के सहमती से ही संगठन वितरित करेगा वहीं भाजपा की ओर से इस बार टिकट प्रदेश संगठन के नेताओं की ओर से बाटे जाने के कयास लगाए जा रहे है।
*कांग्रेस से सबसे प्रमुख दावेदार शीतल जयसवाल*
कांग्रेस पार्टी की बात करे तो यहां अध्यक्ष पद सामान्य होते ही सबसे पहला और प्रमुख नाम शीतल जायसवाल का सामने आ रहा है छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कर पार्षद बने फिर लगातार राजनीति में सक्रिय रहे बेदाग और स्वच्छ छवि होने के कारण युवाओं में अच्छी पैठ रखते है,वर्तमान में कोटा विधायक के सबसे करीबी होने के कारण भी उनका नाम कांग्रेस की ओर से सबसे ऊपर माना जा रहा है। वैसे तो कांग्रेस की ओर से भी दावेदारो की लंबी फेहरिस्त है पूर्व पार्षद नीरज जायसवाल, शिवा पांडे,आनंद जयसवाल, वादिर खान,दामोदर सिंह समेत कई नाम है। लेकिन वर्तमान में सबसे ज्यादा सक्रिय रहने और विधायक के करीबी होने का फायदा शीतल को मिलने की चर्चा नगर में जोरो पर है।
*भाजपा से रोहिणी और लवकुश मजबूत*
वही भारतीय जनता पार्टी से रोहिणी बैसवाड़े और लवकुश कश्यप का नाम जोरो पर है। छाया विधायक प्रबल प्रताप के सबसे प्रमुख और संघ में सक्रिय होने के कारण इन्हीं में से किसी एक नाम पर मुहर लगने का अनुमान लगाया जा रहा है अगर दावेदारो की बात करे तो भाजपा की ओर से सुनील जायसवाल, ललित अग्रवाल,शिव बघेल, किशोर महावर,विजय अग्रवाल भी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
आने वाले समय में चुनावी मुकाबला बहुत ज्यादा रोचक होने की संभावना जताई जा रही है। दोनों ही पार्टियों में बागियों पर भी चर्चा जारी है कयास लगाए जा रहे की पार्टियों के बागी पार्टी से टिकट न मिलने के कारण बगावत भी खुल कर करेंगे और निर्दलीय चुनावी समर में खुल कर चुनावी समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेंगे।
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